वर्ल्ड ओबेसिटी डे: यूं करें बीएमआई की गणना और जानें मोटापे के बारे में
डॉक्टर अनूप मिश्रा
मोटापे की परिभाषा कुछ यूं है...’ बीमारी जैसी अवस्था जिसमें अतिरिक्त चर्बी इस स्तर तक जमा हो जाए जिससे स्वास्थ्य पर उलटा असर होने लगे।’
मोटापा 21वीं सदी की सबसे ज्यादा प्रसार वाली जन स्वास्थ्य समस्या है। हालिया अध्ययनों के अनुसार इसकी वजह से हृदय रोग अथवा कैंसर के कारण समय पूर्व मौत का जोखिम 30 फीसदी तक बढ़ जाता है। भारतीयों में दूसरी नस्लों के मुकाबले शरीर और पेट पर चर्बी जमा होने की प्रवृत्ति अधिक होती है।
जब शरीर में कैलोरी इनटेक शरीर की जरूरत से ज्यादा होने लगता है तब ये अतिरिक्त कैलोरी चर्बी के रूप में जमा होने लगती है।
कारण
- शरीर जितनी कैलोरी का इस्तेमाल कर सकता है उससे अधिक कैलोरी शरीर में पहुंचना
- बैठे रहने वाली जीवनशैली और व्यायाम की कमी
- अति व्यस्त एवं तनाव वाला जीवन
- हाइपोथायरोडिज्म या अन्य किसी प्रकार की हार्मोन से जुड़ी मेडिकल समस्या
- तनाव एवं एंजाइटी
- अवसाद की दवाएं, गर्भनिरोधक दवाएं, स्टेरॉयड अथवा मनोचिकित्सा से संबंधित दवाएं
- शराब का अत्यधिक सेवन
- गर्भावस्था के बाद का मोटापा
- महिलाओं में मेनोपॉज से जुड़ी समस्याएं
- कुछ जैविक कारण (दुर्लभ)
मोटापे की माप
1. बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई)
शरीर की ऊंचाई और वजन के अनुसार शरीर में चर्बी मापने की पद्धति बॉडी मास इंडेक्स या बीएमआई कही जाती है। ये तरीका 18 वर्ष से अधिक आयु के स्त्री एवं पुरुष दोनों पर लागू होता है। बीएमआई का इस्तेमाल किसी भी व्यक्ति के सामान्य, कम या अधिक वजन को नापने के साथ-साथ ये पता लगाने के लिए भी होता है कि संबंधित व्यक्ति मोटा तो नहीं है। बीएमआई की गणना निम्नलिखित फार्मूले के अनुसार की जाती है:
बीएमआई = किलोग्राम में वजन / वर्ग मीटर में ऊंचाई
(उदाहरण के लिए छह फुट के व्यक्ति की ऊंचाई मीटर में 1.82 है और यदि उसका वजन 90 किलो है तो उसका बीएमआई 90 किलो में 1.82 गुणा 1.82 यानी 3.345 से भाग देकर निकाला जाएगा। इस फॉर्मूले के अनुसार संबंधित व्यक्ति का बीएमआई होगा 26.9 और ये मोटापे की श्रेणी में आएगा।)
बीएमआई चार्ट
18 किलो/वर्ग मीटर = कम वजन
18 - 22.9 किलो/वर्ग मीटर = सामान्य वजन
23 – 24.9 किलो/वर्ग मीटर = ओवर वेट
25 किलो/वर्ग मीटर और उससे अधिक = मोटापा
2. शरीर का सही वजन मापने का एक बेहद आसान तरीका है कि सेंटीमीटर में अपनी लंबाई में से 100 को घटा दें। जो बचेगा वो आपका वजन होना चाहिए। उदाहरण के लिए यदि किसी व्यक्ति की लंबाई 170 सेंटीमीटर है और उसका वजन 90 किलो है तो उस व्यक्ति का वजन 20 किलो बढ़ा हुआ है क्योंकि 170 में से 100 घटाने पर 70 आता है जो उस व्यक्ति का सही वजन होना चाहिए।
2. कमर का घेरा : पेट के आसपास चर्बी जमा होना मोटापा मापने का महत्वपूर्ण पैमाना है। पुरुषों में कमर का घेरा 90 सेंटीमीटर या इससे अधिक होना पेट के मोटापे की श्रेणी में आता है जबकि महिलाओं में ये घेरा 80 सेंटीमीटर से कम होना चाहिए। इससे अधिक घेरा मोटापे की श्रेणी में आएगा। व्यक्ति को सीधा खड़ा करके नाभी के चारों ओर टेप से पेट को मापकर ये परिणाम हासिल किया जाता है।
(अनूप मिश्रा की किताब डायबिटीज विद डिलाइट से साभार)
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